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संत परंपरा
महाराष्ट्र ही संताची भुमी असून संताचे पंढरपूरशी अतुट नाते आहे. संतानी पांडूरंग परमात्म्याच्या प्रति आपला भाव अभंगामधून प्रगट केला आहे. थोडक्यात संतानी गाइलेले/लिहिलेले अभंग उदाहरणादाखल दिलेले आहेत.
1) श्री संत पुंडलिकराय
2) श्री संत निवृत्तीनाथ महाराज अभंग संपदा
3) श्री संत ज्ञानदेव महाराज अभंग संपदा
4) श्री संत सोपानकाका महाराज अभंग संपदा
5) संत मुक्ताबाई अभंग संपदा
6) श्री संत नामदेव महाराज अभंग संपदा
7) श्री संत सेना महाराज अभंग संपदा
8) श्री संत चोखोबामहाराज अभंग संपदा
9) श्री संत सावता महाराज अभंग संपदा
10) श्री संत नरहरी सोनार महाराज अभंग संपदा
11) संत जनाबाई अभंग संपदा
12) संत मिराबाई
13) संत कान्होपात्रा अभंग संपदा
14) श्री संत गोरा कुंभार अभंग संपदा
15) श्री संत रोहिदास महाराज
16) श्री संत कबीर महाराज अभंग संपदा
17) श्री संत दामाजी महाराज
18) श्री संत भानुदास महाराज अभंग संपदा
19) श्री संत जनार्दन स्वामी महाराज अभंग संपदा
20) श्री संत प्रल्हाद महाराज बडवे अभंग संपदा
21) श्री संत तुकाराम महाराज अभंग संपदा
22) श्री संत निळोबाराय महाराज अभंग संपदा
23) श्री संत बोधले महाराज
24) श्री संत जळोजी महाराज
25) श्री संत मळोजी महाराज
26) संत बहिणाबाई अभंग संपदा
27) श्री संत एकनाथ महाराज अभंग संपदा
28) श्री संत शेख महमंद अभंग संपदा
29) संत सोयराबाई अभंग संपदा
30) श्री संत विसोबा खेचर अभंग संपदा